IPL 2025 में गेंद बदलने के नए नियम: भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में गेंद बदलने से जुड़े नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन नियमों को लेकर कई सवाल और भ्रम की स्थिति थी, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 21 मार्च को एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया है। इस लेख में हम आपको IPL 2025 में गेंद बदलने की प्रक्रिया, नए नियम, और इससे जुड़े सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी देंगे।
IPL 2025 में गेंद बदलने के नियम
BCCI के अनुसार, IPL 2025 में दूसरे इनिंग्स के दौरान गेंद बदलने की प्रक्रिया को और स्पष्ट किया गया है। यहां तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना जरूरी है:
- पुरानी गेंद का इस्तेमाल:
जब भी गेंद बदली जाएगी, वह एकदम नई गेंद नहीं होगी। बल्कि, उसमें कुछ घिसावट होनी चाहिए। यानी, पहले से इस्तेमाल की गई गेंद ही दूसरी गेंद के रूप में इस्तेमाल की जाएगी। - गीली गेंद या ओस के कारण बदलाव:
अगर फील्डिंग टीम का कप्तान गेंद को गीला या ओस से प्रभावित होने के कारण बदलने का अनुरोध करता है, तो अंपायरों के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे गेंद बदल दें। यहां तक कि अगर गेंद को पिछले ओवर में ही बदला गया हो, तो भी यह नियम लागू होगा। - 10वें ओवर के बाद ही अनुरोध:
ओस के कारण गेंद बदलने का अनुरोध केवल 10वें ओवर के बाद ही किया जा सकता है। हालांकि, अंपायरों को यह अधिकार है कि वे मैच के किसी भी समय गेंद बदल सकते हैं, अगर उन्हें लगता है कि गेंद खेलने लायक नहीं है।
BCCI का आधिकारिक बयान
BCCI ने अपने नोट में स्पष्ट किया है कि, “दूसरे इनिंग्स में गेंद बदलने का अनुरोध केवल एक बार किया जा सकता है और यह अनुरोध 10वें ओवर के बाद ही मान्य होगा। फील्डिंग कप्तान इस अनुरोध को कर सकता है, लेकिन यह केवल एक बार ही लागू होगा। यह अनुरोध ओवर के अंत में ही किया जाना चाहिए, न कि ओवर के बीच में। अंपायर गेंद को उसी तरह की घिसावट वाली दूसरी गेंद से बदलेंगे। साथ ही, अंपायर मैच के किसी भी समय अपने विवेक से गेंद बदल सकते हैं।”
गेंद बदलने के तीन परिदृश्य
BCCI ने गेंद बदलने से जुड़े तीन संभावित परिदृश्यों को भी स्पष्ट किया है:
- पहला परिदृश्य:
अगर 10वें ओवर से पहले गेंद गीली, खराब आकार की, खोई हुई या क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो अंपायर इसे बदल सकते हैं। 10वें ओवर के बाद फील्डिंग कप्तान ओस के कारण गेंद बदलने का अनुरोध कर सकता है, और अंपायरों के लिए गेंद बदलना अनिवार्य होगा। - दूसरा परिदृश्य:
अगर कप्तान 11वें ओवर के बाद गेंद को गीला होने के कारण बदलने का अनुरोध करता है और अंपायर गेंद बदल देते हैं, तो 5-6 ओवर बाद फिर से अनुरोध किया जा सकता है। हालांकि, इस बार अंपायरों के पास गेंद बदलने या न बदलने का विवेक होगा। - तीसरा परिदृश्य:
अगर कप्तान 11वें ओवर में गेंद को खराब आकार का मानते हुए बदलने का अनुरोध करता है और अंपायर गेंद बदल देते हैं, तो 5 ओवर बाद ओस के कारण गेंद बदलने का अनुरोध किया जा सकता है। इस स्थिति में अंपायरों के लिए गेंद बदलना अनिवार्य होगा।
लार का इस्तेमाल: पुराने नियम की वापसी
IPL 2025 से गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल फिर से शुरू होगा। कोविड-19 महामारी के दौरान लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन अब इसे फिर से अनुमति दी जाएगी। BCCI ने इस संबंध में सभी 10 टीमों के कप्तानों के साथ चर्चा की और इस नियम को फिर से लागू करने का फैसला किया।
DRS का विस्तार
IPL 2025 में DRS (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) के दायरे को भी बढ़ाया गया है। अब हाइट-बेस्ड नो-बॉल और ऑफ-स्टंप के बाहर की वाइड बॉल को भी DRS के तहत चुनौती दी जा सकेगी। इसके लिए हॉक-आई तकनीक और बॉल-ट्रैकिंग का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि अंपायरों को सही और सटीक निर्णय लेने में मदद मिल सके।
निष्कर्ष
IPL 2025 में गेंद बदलने से जुड़े नियमों में यह बदलाव मैच के दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए किया गया है। साथ ही, लार के इस्तेमाल की अनुमति और DRS के विस्तार से खेल और भी निष्पक्ष और रोमांचक बनने की उम्मीद है। ये सभी बदलाव BCCI द्वारा मुंबई में आयोजित कप्तानों की बैठक में चर्चा और अनुमोदन के बाद लागू किए गए हैं।
इसे भी पढ़ें – IPL 2025 मे 13 करोड़ मे बिकने वाले, Rinku Singh Net Worth 2025 | क्रिकेट से लेकर लाइफस्टाइल तक की पूरी जानकारी

मए एक प्रतिभाशाली लेखक और पत्रकार हूँ , मए मनोरंजन, समारोह और सरकारी योजनाओं से जुड़ी खबरों को कवर करते हूँ । मेरा लेखन शैली सरल और प्रभावी है, जो पाठकों को ताज़ा और सटीक जानकारी प्रदान करती है।